मुंबई का गौरव गेटवे ऑफ इंडिया, इतिहास और समुंदर के संगम का प्रतीक है। जानिए इसके रोमांचक तथ्य और घूमने के टिप्स,
गेटवे ऑफ इंडिया: मुंबई का प्रतीक और स्वागत द्वार, 1924 में बना ऐतिहासिक चमत्कार।
ब्रिटिश राज में वायसराय के स्वागत के लिए इस भव्य द्वार का निर्माण कराया गया था।
समुंदर के किनारे स्थित गेटवे, वास्तुकला का इंडो-सरसेनिक स्टाइल दर्शाता है।
गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा गुफाओं के लिए फेरी बोट सेवा भी शुरू होती है।
यह स्थल स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में भी खास महत्व रखता है।
गेटवे के पास स्ट्रीट फूड का आनंद लें – भेलपुरी और वड़ा पाव जरूर चखें!
शाम के समय गेटवे पर लाइट्स की सजावट इसे और भी जादुई बना देती है।
छायाचित्र प्रेमियों के लिए गेटवे ऑफ इंडिया एक स्वर्ग है।
गेटवे के सामने बने ताज होटल की भव्यता को देखना न भूलें।
नाव की सवारी करते हुए समुंदर से गेटवे का भव्य दृश्य देखें।
गेटवे ऑफ इंडिया हर मौसम में खास है, पर मानसून में इसका आकर्षण दोगुना हो जाता है।
मुंबई यात्रा की शुरुआत गेटवे ऑफ इंडिया से करें और यादों में बसा लें यह भव्य नजारा।
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