Mahabalipuram : महाबलीपुरम, जिसे मामल्लापुरम भी कहा जाता है, भारत के तमिलनाडु राज्य में स्थित एक ऐतिहासिक नगर है। यह नगर अपनी प्राचीन वास्तुकला और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। महाबलीपुरम चेन्नई से लगभग 60 किलोमीटर दक्षिण में बंगाल की खाड़ी के किनारे स्थित है। इस शहर को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त है।
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महाबलीपुरम || Mahabalipuram
इतिहास
महाबलीपुरम का इतिहास 7वीं और 8वीं शताब्दी के दौरान पल्लव राजवंश से जुड़ा है। इसे पल्लव राजा नरसिंहवर्मन प्रथम (जिसे मामल्लन भी कहा जाता है) द्वारा विकसित किया गया था, और इसी वजह से इसे मामल्लापुरम भी कहा जाता है। इस नगर में अनेक प्राचीन मंदिर, गुफाएं, और रथ मौजूद हैं, जो पल्लव राजाओं की वास्तुकला और शिल्पकला की महानता का प्रमाण हैं।
मुख्य आकर्षण
महाबलीपुरम में कई ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों को देखा जा सकता है। इनमें से कुछ प्रमुख स्थल निम्नलिखित हैं:
शोर मंदिर (Shore Temple / तटीय मंदिर)
यह मंदिर बंगाल की खाड़ी के किनारे स्थित है और यह पल्लव वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। यह मंदिर 8वीं शताब्दी में बनाया गया था और इसे भारत के सबसे पुराने पत्थर के मंदिरों में से एक माना जाता है।
पंच रथ (Pancha Rathas / पाँच रथ)
पंच रथ एक समूह है जिसमें पाँच मोनोलिथिक मंदिर शामिल हैं। ये मंदिर महाभारत के पात्रों के नाम पर रखे गए हैं: धर्मराज रथ, भीम रथ, अर्जुन रथ, द्रौपदी रथ, और नकुल-सहदेव रथ।
कृष्णा की बटर बॉल (Krishna’s Butter Ball / कृष्ण की मक्खन की गेंद)
यह एक विशाल प्राकृतिक ग्रेनाइट पत्थर है जो एक ढलान पर बगैर गिरे हुए सैकड़ों वर्षों से स्थिर है। यह प्राकृतिक आश्चर्य महाबलीपुरम की सबसे लोकप्रिय पर्यटक आकर्षणों में से एक है।
अरजुना का तपस्या (Arjuna’s Penance / अर्जुन की तपस्या)
यह एक विशाल शिल्प कला है जिसमें महाभारत की कहानी को दर्शाया गया है। यह महाबलीपुरम की सबसे बड़ी और सबसे सुंदर शिल्प कला में से एक मानी जाती है।
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महिषासुरमर्दिनी गुफा (Mahishasuramardini Cave / महिषासुरमर्दिनी गुफा)
यह गुफा देवी दुर्गा द्वारा महिषासुर का वध करने की कथा को दर्शाती है। यह पल्लव काल की शिल्प कला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
महत्त्व और धरोहर
महाबलीपुरम का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्त्व अत्यधिक है। यहाँ की वास्तुकला न केवल भारत में, बल्कि पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। यह स्थल प्राचीन भारतीय शिल्पकला और धार्मिक परंपराओं को संरक्षित और प्रदर्शित करता है। महाबलीपुरम में आयोजित होने वाले वार्षिक नृत्य महोत्सव भी पर्यटकों के बीच बहुत लोकप्रिय हैं।
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महाबलीपुरम (Mahabalipuram) तमिलनाडु का एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है और यह भारतीय इतिहास, संस्कृति, और वास्तुकला की धरोहर को सजीव रूप में प्रस्तुत करता है। यह नगर न केवल पुरातात्त्विक महत्त्व का है, बल्कि यह भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का एक प्रतीक भी है। अगर आप इतिहास, कला, और संस्कृति के प्रेमी हैं, तो महाबलीपुरम अवश्य ही देखने लायक स्थान है।