Iskcon Mumbai Juhu : मुंबई के जुहू इलाके में स्थित इस्कॉन मंदिर न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि यह भगवान श्रीकृष्ण के प्रति गहन भक्ति और आध्यात्मिक जागरूकता का प्रतीक भी है। यह मंदिर, जिसे “श्री श्री राधा रसबिहारी मंदिर” के नाम से भी जाना जाता है, दुनियाभर के भक्तों के लिए एक आध्यात्मिक तीर्थ बन चुका है। यहाँ भक्ति, संस्कृति, दर्शन और ध्यान का संगम देखने को मिलता है।
यह भी पढ़े : Siddhivinayak Temple क्यों है सबसे खास?
इस्कॉन मंदिर जुहू का इतिहास
इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (ISKCON) की स्थापना 1966 में ए. सी. भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद ने की थी। मुंबई का इस्कॉन मंदिर 1978 में जनता के लिए खोला गया था। इस मंदिर का निर्माण कार्य वर्ष 1971 में शुरू हुआ था, जब स्वामी प्रभुपाद ने जुहू के समुद्रतटीय क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण किया।
भूमि अधिग्रहण से लेकर मंदिर निर्माण तक का सफर संघर्षपूर्ण था। कई कानूनी और वित्तीय अड़चनों को पार करते हुए, स्वामी प्रभुपाद की अटूट श्रद्धा और विश्वस्त भक्तों की सहायता से यह मंदिर भव्य स्वरूप में परिणत हुआ।
श्री श्री राधा रसबिहारी मंदिर की प्रमुख विशेषताएँ
1. राधा-कृष्ण की दिव्य मूर्तियाँ
मंदिर के मुख्य गर्भगृह में श्री राधा और भगवान श्रीकृष्ण की भव्य मूर्तियाँ स्थापित हैं। साथ ही गौड़-नित्यानंद, सिता-राम-लक्ष्मण-हनुमान, और श्रील प्रभुपाद की प्रतिमाएँ भी विशेष पूजन हेतु प्रतिष्ठित हैं।
2. वास्तुशिल्प का अनुपम उदाहरण
मंदिर का निर्माण सफेद संगमरमर, सुंदर नक्काशी, और सोने की जड़ाई वाले स्तंभों से किया गया है। गर्भगृह की छत पर की गई चित्रकारी भक्तों को आध्यात्मिक जगत की अनुभूति कराती है।
3. विशाल परिसर और सुविधाएँ
इस मंदिर का परिसर चार एकड़ से अधिक क्षेत्र में फैला हुआ है। इसमें भक्त निवास, लाइब्रेरी, प्रवचन हॉल, गौशाला, बेकरी, और गोविंदा रेस्टोरेंट जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।
भक्ति और आराधना का केंद्र
1. नियमित पूजा-अर्चना
मंदिर में प्रतिदिन 6 बार आरती होती है और भव्य तरीके से भक्तों द्वारा कीर्तन व मंत्रजाप किया जाता है। आरती क्रम निम्नलिखित है:
- मंगला आरती – सुबह 4:30 बजे
- तुलसी पूजन – 5:15 बजे
- श्रृंगार दर्शन – 7:15 बजे
- राजभोग आरती – 12:30 बजे
- संध्या आरती – 6:30 बजे
- शयन आरती – रात 8:00 बजे
2. भागवत कथा और सत्संग
यहाँ श्रीमद्भागवत कथा, गीता प्रवचन, और सप्ताहिक सत्संग नियमित रूप से होते हैं। ये आयोजन भक्तों को आध्यात्मिक गहराई तक पहुंचाने में सहायक होते हैं।
यह भी पढ़े : दादर स्टेशन से सिद्धिविनायक मंदिर टैक्सी किराया
प्रमुख त्योहार और आयोजनों की भव्यता
1. श्रीकृष्ण जन्माष्टमी
इस पर्व को साल का सबसे भव्य उत्सव माना जाता है। हजारों श्रद्धालु मंदिर में एकत्र होकर रात्रि 12 बजे श्रीकृष्ण के प्राकट्य की झांकी देखते हैं। मंदिर को फूलों और रोशनी से सजाया जाता है और दिनभर कीर्तन, प्रवचन, नाट्य प्रदर्शन होते हैं।
2. राधाष्टमी, गोवर्धन पूजा, गीता जयंती
इन आयोजनों के दौरान भक्त विशेष व्रत, अनुष्ठान, और अभिषेक कार्यक्रम में भाग लेते हैं। साथ ही प्रसाद वितरण का आयोजन पूरे परिसर में होता है।
गोविंदा रेस्टोरेंट और प्रसाद सेवा
गोविंदा रेस्टोरेंट मुंबई के श्रेष्ठ शुद्ध शाकाहारी रेस्टोरेंट में से एक माना जाता है। यहाँ सात्विक भोजन, अंतरराष्ट्रीय व्यंजन, और वैदिक पाककला के अनुसार बनाए गए भोजन परोसे जाते हैं।
मंदिर परिसर में प्रतिदिन हजारों लोगों को नि:शुल्क प्रसाद वितरित किया जाता है। साथ ही, मंदिर के प्रयासों से अन्नदान योजनाएं, स्कूलों में मिड-डे मील, और जरूरतमंदों के लिए भोजन सेवा कार्यक्रम चलाए जाते हैं।
शिक्षा और प्रशिक्षण केंद्र
इस मंदिर से जुड़ा हुआ भक्तिवेदांत इंस्टीट्यूट, वैदिक शिक्षा, भक्ति योग, और श्रीमद्भगवद्गीता के गूढ़ अर्थ पर शोध और प्रशिक्षण देता है। यहाँ विद्यार्थियों, युवा वर्ग और विदेशी भक्तों को भारतीय संस्कृति से परिचित कराया जाता है।
मंदिर कैसे पहुँचें – यात्रा मार्गदर्शिका
- मंदिर का पता: Hare Krishna Land, Gandhi Gram Road, Juhu, Mumbai – 400049
- निकटतम रेलवे स्टेशन: अंधेरी (पश्चिम)
- निकटतम मेट्रो स्टेशन: DN नगर
- हवाई अड्डा: छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (6 किमी)
- बस सेवा: मुंबई बस डिपो से सीधी सेवा
अंतर्राष्ट्रीय आकर्षण और बॉलीवुड जुड़ाव
हॉलीवुड व बॉलीवुड कलाकार, विदेशी पर्यटक, और उद्योगपति नियमित रूप से इस मंदिर में दर्शन करने आते हैं। हिंदी फिल्म जगत के कई सितारे जैसे हेमा मालिनी, अनुपम खेर, विवेक ओबेरॉय, और अन्य प्रसिद्ध हस्तियाँ यहाँ नियमित रूप से पूजा करते हैं।
आध्यात्मिक पर्यटन और डिजिटल सुविधा
भक्तों की सुविधा हेतु मंदिर की वेबसाइट पर ऑनलाइन दर्शन, आरती लाइव स्ट्रीमिंग, दान सेवा, और बुकिंग सिस्टम भी उपलब्ध है। इससे देश-विदेश में बसे श्रद्धालु वर्चुअल रूप से मंदिर से जुड़ सकते हैं।
यह भी पढ़े : हर मुंबई ट्रिप अधूरी है बिना सिद्धिविनायक के दर्शन
इस्कॉन मंदिर जुहू न केवल एक पूजा स्थल है, बल्कि यह जीवन के आध्यात्मिक उद्देश्य की ओर मार्गदर्शन देने वाला एक दिव्य केंद्र भी है। यहाँ का शांत वातावरण, दिव्य आराधना, और संस्कारमय कार्यक्रम मन, वचन, और आत्मा – तीनों को परम चेतना से जोड़ने का कार्य करते हैं।