सभी लाइनों के स्टेशन और रूट्स

गिरगांव मेट्रो स्टेशन यह स्टेशन 33 मीटर की गहराई पर है, जो किसी भूमिगत स्टेशन के लिए अद्भुत मानी जाती है।

गोरेगांव स्टेशन पर आप लाइन 2A और लाइन 7 के बीच बिना स्टेशन से बाहर निकले ट्रांसफर कर सकते हैं।

मुंबई मेट्रो के कई स्टेशनों पर अब बायो-डिजिटल टॉयलेट्स लगाए गए हैं, जो पर्यावरण के लिए अनुकूल हैं।

आपको हर मेट्रो स्टेशन पर फ्री हाई-स्पीड Wi-Fi मिलेगा, जिससे आप सफर में भी जुड़े रह सकते हैं।

कुछ स्टेशनों जैसे BKC और सिप्ज़ के नीचे मिनी मॉल जैसे रिटेल स्पेस बने हैं।

मुंबई मेट्रो में महिला ट्रेन पायलट्स की संख्या लगातार बढ़ रही है, जो गर्व की बात है।

DN नगर मेट्रो स्टेशन का संचालन 100% सोलर एनर्जी से किया जा रहा है।

चर्चगेट और कोलाबा स्टेशन के डिज़ाइन में गॉथिक और कोलोनियल आर्किटेक्चर की झलक दी गई है।

हर मेट्रो स्टेशन पर उतरने से पहले उस स्टेशन के लिए एक विशेष ध्वनि (जिंगल) बजती है।

मुंबई मेट्रो में अब पेपरलेस ट्रैवलिंग के लिए QR कोड टिकट्स की सुविधा उपलब्ध है।

सुरक्षा जांच के लिए कुछ मेट्रो स्टेशनों पर एयरपोर्ट जैसी बैगेज स्कैनिंग मशीनें हैं।

हर मेट्रो स्टेशन में 360 डिग्री सीसीटीवी निगरानी प्रणाली मौजूद है जो यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करती है।

भूकंप या अग्निकांड जैसी आपदाओं से निपटने के लिए मेट्रो स्टेशनों पर स्मार्ट सेंसर टेक्नोलॉजी लगी है।

अंधेरी वेस्ट मेट्रो स्टेशन सबसे अधिक यात्रियों द्वारा प्रयोग किया जाने वाला स्टेशन है।

वर्सोवा और घाटकोपर स्टेशन को ग्रीन सर्टिफिकेशन मिला है, ये पर्यावरण के अनुकूल भवनों में गिने जाते हैं।

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